साधु संतों ने उठाई पिंकी चौधरी की रिहाई की मांग
गाज़ियाबाद :(विशेष संवाददाता,प्रज्ञा मेल ) :एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दे पर वृंदावन से पधारे अंतर्राष्ट्रीय सूर्यवंशी अखाड़े से महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 तारासुत मनुश्री सिद्धनाथ महाराज अपने शिष्यों एवं अन्य साधु संतों के साथ पिंकी चौधरी के मामले पर सरकार और अदालत का ध्यान आकर्षित करने हेतु एक प्रेस वार्ता की जिसमें उन्होंने मीडिया कर्मियों के सामने अपने विचार रखते हुए कहा की बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार से आहत होकर यदि एक सनातनी ने देश में अवैध रूप से रह रहे दूसरे समुदाय के लोगों पर गुस्सा दिखाते हुए उनको वहां से भागने का कार्य किया जिस समय वह उनको वहां से भागा रहे थे उस समय के कई वीडियो भी वायरल हुये जिसमें वह और उनके कुछ साथी कुछ छोटे-छोटे डंडे लेकर उनके टेंट पर मरते हुए दिखाई दे रहे थे कुछ डंडे इन्होंने उन लोगों में भी मारे जो जो वहां अवैध रूप से त्रिपाल और पन्नी की झुग्गीयां बनाकर रह रहे थे। प्रशासन ने शांति भंग करने के आरोप में उनको उठाकर अंदर बंद कर दिया आगे महाराज जी ने कहा हम संविधान और देश के कानून में विश्वास करने वाले लोग हैं हमारे कानून से और सरकार से यही प्रार्थना है की पिंकी चौधरी ने कोई इतनी बड़ी गलती नहीं की है कि जिसकी जमानत ही ना हो सके उनके हाथ में केवल छोटे-छोटे डंडे थे कोई धारदार या घातक हथियार नहीं थे महाराज एवं अन्य साधु संतों ने पिंकी चौधरी को जल्दी जमानत देने और न्याय देने की सरकार और अदालत से मीडिया के माध्यम से गुहार लगाई। आगे उन्होंने कहा हमें सरकार पर और अपने देश के कानून पर पूरा भरोसा है हमें दोनों से उम्मीद है कि वह इस मामले की जल्दी ही छानबीन करके न्याय करेंगे हमारा अनुरोध है कि जब तक केस में न्याय नहीं हो जाता तब तक के लिए पिंकी चौधरी को जमानत पर रिहा किया जाए। आतंकवादियों के लिए अदालत आधी रात में खुल जाती हैं उनका केस भी फास्ट्रेक कोर्ट में चलाया जाता है लेकिन क्या इस मामले में न्याय में थोड़ी शीघ्रता नहीं हो सकती यदि न्याय में विलंब हो भी रहा है तो तब तक के लिए पिंकी चौधरी को जमानत तो मिल ही जानी चाहिए। अंत में महाराज जी और उनके शिष्य तथा अन्य साधु संतों ने मीडिया का आभार जताया और सनातन को जगाने का आग्रह किया उन्होंने कहा भारत में जो भी जन्मा है वह भारतीय है सनातनी है उसे अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए उन्होंने कहा भारत भारत में रह रहे हर नागरिक की स्थिति इतनी दयानियां नहीं है कि उन्हें त्रिपाल या पन्नीयों की झुग्गीयां रहना पड़े। शहर में या शहर के बाहर जो इस तरह की झुग्गीयां बनाकर रह रहे हैं उनकी जांच होनी चाहिए। प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय सूर्यवंशी अखाड़े से महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 तारासुत मनुश्री सिद्धनाथ महाराज, स्वामी जीनऋषि महाराज, मनुजानन्द सिद्धनाथ, शुभ सिद्धनाथ, अन्नु सिद्धनाथ, राजेन्दर सिद्धनाथ, सौरभ सिद्धनाथ, बाबू सिद्धनाथ आदि सम्मिलित हुए ।