तृतीय प्रज्ञा मेल बहुभाषी कवि-सम्मेलन एवं सम्मान समारोह की घोषणा:
* इस बार अर्जुन चंद्र बर्मन पुरस्कार ( आजीवन) के अलावा *उभरते कवियों दो"उदीयमान"कवियों को भी "साहित्य रत्न"और" कवि रत्न पुरस्कार " नयी दिल्ली : आज दिल्ली में एक बैठक में प्रज्ञा मेल बहुभाषी राष्ट्रीय कवि सम्मेलन आयोजन समिति ने अपने तृतीय बहुभाषी राष्ट्रीय कवि-सम्मेलन एवं सम्मान समारोह को १४ दिसम्बर,२०२४ में आयोजित करने की घोषणा की। आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक और सांसद कृपानाथ मल्लाह ने ख़ुशी जाहिर करते हुए बताया की प्रज्ञा मेल का यह अनोखा बहुभाषी कवि सम्मेलन तीसरी बार आयोजित हो रहा है जिसमे देशभर से अलग-अलग प्रान्त और भाषा के कवि इसमें भाग लेते हैं और यह दो बार सफलता पूर्वक आयोजन के बाद साहित्य-जगत में प्रतिष्ठित आयोजन बन चूका है। बैठक में यह घोषणा हुई कि इस बार भी आयोजन समिति हर वर्ष की तरह सभी प्रतिभागी कवियों को पारम्परिक तरीके से स्वागत तो करेगी और हर वर्ष कि तरह एक आजीवन उपलब्धि प्राप्त साहित्यकार को अर्जुन चंद्र बर्मन पुरस्कार से सम्मानित भी करेगी। किन्तु इस बार दो"उदयीमान कवियों"को भी सम्मानित करेगी। जिसमे उभरते कवियों में एक को उदयीमान "साहित्य रत्न पुरस्कार"और दूसरा उदयीमान "कवि रत्न पुरस्कार" रहेगा। बैठक में आयोजन समिति के संरक्षक गुजराती लेखक एवं साहित्यकार हितेश व्यास,राष्ट्रीय सलाहकार रत्नज्योति दत्ता और मुख्य आयोजन एवं प्रधान संपादक अरुण कुमार बर्मन भी इसमें शामिल हुए।